I am old, I can't play fast ball'
why did Virender Sehwag dismiss the power of comeback, said a big thing about youth /b> ### वीरेंद्र सहवाग ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वापसी की बातों को नकारा
भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने हाल ही में कहा है कि उन्होंने कभी भी फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वापसी की योजना नहीं बनाई है। सहवाग का कहना है कि उनकी उम्र बढ़ चुकी है और अब वह तेज गेंदबाजों का सामना करने में पहले जैसी स्थिति में नहीं हैं। वीरेंद्र सहवाग ने अक्टूबर 2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट से अपना संन्यास लिया था,
लेकिन उनके खेलने के तरीके से आज भी क्रिकेट प्रशंसक प्रभावित हैं। उनके लिए गेंद दिखी नहीं कि उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के शॉट खेलने का अपना फॉर्मूला अपनाया। सहवाग,
जो 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम के अहम सदस्य रहे थे, ने इस टूर्नामेंट में डेल स्टेन, जेम्स एंडरसन और उमर गुल जैसे दिग्गज गेंदबाजों को पहली गेंद पर चौके मारकर परेशान किया था। हालांकि, अब उन्हें लगता है कि
उनका हैंड-आई कॉर्डिनेशन (हाथ और आंख का सामंजस्य) पहले जैसा नहीं रहा है, और इसलिए वह तेज गेंदबाजों का सामना नहीं कर सकते।
वीरू ने गुरुवार को एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि वह संभवतः कभी फ्रेंचाइजी लीग में खेलते हुए नजर नहीं आएंगे, लेकिन आईएलटी20 में कमेंट्री पैनल का हिस्सा बनेंगे।
जब सहवाग से पूछा गया कि विभिन्न टी20 लीगों को किस क्रम में रखना पसंद करेंगे, तो उन्होंने कहा कि वह किसी फ्रेंचाइजी लीग की तुलना में नहीं करना चाहेंगे। सहवाग ने कहा, “हर लीग के अपने फायदे हैं, और ये फैंस में जबरदस्त उत्साह पैदा करती हैं।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि "आईपीएल भारत के लिए अच्छी है, बिग बैश लीग ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदेमंद है,
और आईएलटी20 यूएई के लिए। इन लीगों में एक चमत्कारी बात यह है कि आप 9 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को एक ही टीम में खेलते हुए देख सकते हैं, और यह सिर्फ इसी लीग में संभव है।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please do not enter spam link in comment.