2025/02/07

वीरेंद्र सहवाग ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वापसी की बातों को नकारा

I am old, I can't play fast ball'

why did Virender Sehwag dismiss the power of comeback, said a big thing about youth /b>

### वीरेंद्र सहवाग ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वापसी की बातों को नकारा
भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने हाल ही में कहा है कि उन्होंने कभी भी फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वापसी की योजना नहीं बनाई है। सहवाग का कहना है कि उनकी उम्र बढ़ चुकी है और अब वह तेज गेंदबाजों का सामना करने में पहले जैसी स्थिति में नहीं हैं। वीरेंद्र सहवाग ने अक्टूबर 2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट से अपना संन्यास लिया था,
लेकिन उनके खेलने के तरीके से आज भी क्रिकेट प्रशंसक प्रभावित हैं। उनके लिए गेंद दिखी नहीं कि उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के शॉट खेलने का अपना फॉर्मूला अपनाया। सहवाग,
जो 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम के अहम सदस्य रहे थे, ने इस टूर्नामेंट में डेल स्टेन, जेम्स एंडरसन और उमर गुल जैसे दिग्गज गेंदबाजों को पहली गेंद पर चौके मारकर परेशान किया था। हालांकि, अब उन्हें लगता है कि
उनका हैंड-आई कॉर्डिनेशन (हाथ और आंख का सामंजस्य) पहले जैसा नहीं रहा है, और इसलिए वह तेज गेंदबाजों का सामना नहीं कर सकते।
वीरू ने गुरुवार को एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि वह संभवतः कभी फ्रेंचाइजी लीग में खेलते हुए नजर नहीं आएंगे, लेकिन आईएलटी20 में कमेंट्री पैनल का हिस्सा बनेंगे।
जब सहवाग से पूछा गया कि विभिन्न टी20 लीगों को किस क्रम में रखना पसंद करेंगे, तो उन्होंने कहा कि वह किसी फ्रेंचाइजी लीग की तुलना में नहीं करना चाहेंगे। सहवाग ने कहा, “हर लीग के अपने फायदे हैं, और ये फैंस में जबरदस्त उत्साह पैदा करती हैं।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि "आईपीएल भारत के लिए अच्छी है, बिग बैश लीग ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदेमंद है,
और आईएलटी20 यूएई के लिए। इन लीगों में एक चमत्कारी बात यह है कि आप 9 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को एक ही टीम में खेलते हुए देख सकते हैं, और यह सिर्फ इसी लीग में संभव है।"


सहवाग की यह स्पष्टता और विचारशीलता उन्हें एक सच्चे क्रिकेट विशेषज्ञ बनाती है, जो खेल के प्रति अपनी गहरी समझ का परिचय दे रहे हैं।वीरेंद्र सहवाग ने फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वापसी की बातों को नकारा सहवाग ने कहा कि वो उम्रदराज हो चुके हैं और तेज गेंद नहीं खेल पाते सहवाग ने अक्‍टूबर 2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्‍यास लिया था
भारतीय टीम के गेंदबाजों के लिए खौफ पूर्व विस्‍फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग अपने खेलने वाले दिनों में थे। गेंद दिखे और क्षेत्र में हो तो शॉट खेलो। सहवाग का फॉर्मूला था पहली ही गेंद से बाउंड्री जमाने की होती थी वीरू की आदत वीरू ने अक्‍टूबर 2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था। 2011 वर्ल्‍ड कप विजेता टीम के अहम सदस्‍य रहे वीरू ने टूर्नामेंट के दौरान उन्‍होंने डेल स्‍टेन, जेम्‍स एंडरसन और उमर गुल जैसे गेंदबाजों की धज्जियां अधिकांश मैचों में पहली गेंद पर चौका जमाया था। पहले जैसी नहीं रही बात उनका हैंड-आई कॉर्डिनेशन (हाथ और आंख का सामंजस्‍य) अब वैसा नहीं रहा कि वो तेज गेंदबाजों का सामना कर सकें। हालांकि, वीरेंद्र सहवाग ने खुलासा किया है कि सहवाग ने गुरुवार को मीडियो से बातचीत में कहा कि वो शायद कभी फ्रेंचाइजी लीग में खेलते हुए नजर नहीं आएं आईएलटी20 में कमेंट्री पैनल का हिस्‍सा क्‍योंकि अपने सक्रिय दिनों की तुलना में अब उनमें वो बात नहीं रही।
वीरेंद्र सहवाग से इस दौरान पूछा गया कि विभिन्‍न टी20 लीग को किस क्रम में रखना पसंद करेंगे। वो किसी फ्रेंचाइजी लीग की तुलना करना पसंद नहीं करेंगे पूर्व ओपनर ने कहा कि क्‍योंकि सभी लीग के अपने फायदे हैं और इसका फैंस में उत्‍साह जबरदस्‍त होता है। वीरू ने कहा, ''मैं एक लीग की तुलना अन्‍य से नहीं कर सकता आईपीएल भारत के लिए अच्‍छी है। क्‍योंकि विभिन्‍न देशों में लीग होती है। यह देशों के लिए अच्छी है। बिग बैश लीग ऑस्‍ट्रेलिया के लिए अच्‍छी है। इसी प्रकार आईएलटी20 यूएई के लिए अच्‍छी है। इसलिए किसी एक को चुनना मुश्किल है। मगर आईएलटी20 की अच्‍छी बात यह है कि आप 9 अंतरराष्‍ट्रीय खिलाड़‍ियों को एक टीम में खेलते हुए देख सकते हैं। यह सिर्फ इसी लीग में संभव है।''
फ्रेंचाइजी क्रिकेट वह क्रिकेट प्रारूप है जिसमें टीमें निजी या कॉर्पोरेट मालिकों के द्वारा संचालित होती हैं। इसके अंतर्गत विभिन्न क्रिकेट लीग्स आती हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

1. **आईपीएल (भारतीय प्रीमियर लीग)**: यह सबसे लोकप्रिय फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग है, जो भारत में होती है। इसमें देश-विदेश के खिलाड़ी विभिन्न टीमों के लिए खेलते हैं, जिनका मालिकाना हक विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों के पास होता है।

2. **बीबीएल (बिग बैश लीग)**: यह ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग है, जिसमें फ्रेंचाइजी टीमें होती हैं। इसमें विभिन्न देश के खिलाड़ियों की भागीदारी होती है।

3. **पीएसएल (पाकिस्तान सुपर लीग)**: यह पाकिस्तान में आयोजित होने वाली एक टी20 लीग है, जिसमें विभिन्न फ्रेंचाइजी टीमें होती हैं।

फ्रेंचाइजी क्रिकेट का मुख्य आकर्षण यह है कि इसमें विश्व भर के शीर्ष क्रिकेटरों को एकत्रित किया जाता है, और यह एक सीमित समय की प्रतियोगिता होती है, जो अक्सर मनोरंजक होती है। इसके अलावा, यह खिलाड़ियों के लिए वित्तीय अवसर भी प्रदान करती है।


फ्रेंचाइजी फ्रेंचाइजी क्रिकेट वह क्रिकेट प्रारूप है जिसमें टीमें निजी या कॉर्पोरेट मालिकों के द्वारा संचालित होती हैं। इसके अंतर्गत विभिन्न क्रिकेट लीग्स आती हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं: 1. **आईपीएल (भारतीय प्रीमियर लीग)**: यह सबसे लोकप्रिय फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग है, जो भारत में होती है। इसमें देश-विदेश के खिलाड़ी विभिन्न टीमों के लिए खेलते हैं, जिनका मालिकाना हक विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों के पास होता है। 2. **बीबीएल (बिग बैश लीग)**: यह ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग है, जिसमें फ्रेंचाइजी टीमें होती हैं। इसमें विभिन्न देश के खिलाड़ियों की भागीदारी होती है। 3. **पीएसएल (पाकिस्तान सुपर लीग)**: यह पाकिस्तान में आयोजित होने वाली एक टी20 लीग है, जिसमें विभिन्न फ्रेंचाइजी टीमें होती हैं। फ्रेंचाइजी क्रिकेट का मुख्य आकर्षण यह है कि इसमें विश्व भर के शीर्ष क्रिकेटरों को एकत्रित किया जाता है, और यह एक सीमित समय की प्रतियोगिता होती है, जो अक्सर मनोरंजक होती है। इसके अलावा, यह खिलाड़ियों के लिए वित्तीय अवसर भी प्रदान करती है।क्रिकेट वह क्रिकेट प्रारूप है जिसमें टीमें निजी या कॉर्पोरेट मालिकों के द्वारा संचालित होती हैं। इसके अंतर्गत विभिन्न क्रिकेट लीग्स आती हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

  1. आईपीएल (भारतीय प्रीमियर लीग): यह सबसे लोकप्रिय फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग है, जो भारत में होती है। इसमें देश-विदेश के खिलाड़ी विभिन्न टीमों के लिए खेलते हैं, जिनका मालिकाना हक विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों के पास होता है।

  2. बीबीएल (बिग बैश लीग): यह ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग है, जिसमें फ्रेंचाइजी टीमें होती हैं। इसमें विभिन्न देश के खिलाड़ियों की भागीदारी होती है।

  3. पीएसएल (पाकिस्तान सुपर लीग): यह पाकिस्तान में आयोजित होने वाली एक टी20 लीग है, जिसमें विभिन्न फ्रेंचाइजी टीमें होती हैं।

फ्रेंचाइजी क्रिकेट का मुख्य आकर्षण यह है कि इसमें विश्व भर के शीर्ष क्रिकेटरों को एकत्रित किया जाता है, और यह एक सीमित समय की प्रतियोगिता होती है, जो अक्सर मनोरंजक होती है। इसके अलावा, यह खिलाड़ियों के लिए वित्तीय अवसर भी प्रदान करती है।

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