प्रत्येक टीम को 12 करोड़ रुपये
दिल्ली कैपिटल्स ने सदरलैंड को ₹2 करोड़ में खरीदा,
गुजरात जायंट्स ने ऑस्ट्रेलिया की फीब लीचफील्ड को एक करोड़ रुपए में खरीदा।
न्यूनतम 15 खिलाड़ी और अधिकतम 18 खिलाड़ी हैं जिन पर कोई भी पक्ष हस्ताक्षर कर सकता है। यह निष्पक्ष खेल की गारंटी देता है और क्लबों को प्रतिभा एकत्र करने से रोकता है।
टीमों द्वारा अधिकतम सात विदेशी खिलाड़ियों को जोड़ा जा सकता है, जिनमें कम से कम एक एसोसिएट राष्ट्र का खिलाड़ी भी शामिल है। यह विविधता को बढ़ावा देता है और समूहों को वैश्विक प्रतिभाओं पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करता है।
यह नीलामी प्रक्रिया को वित्तीय प्रबंधन घटक प्रदान करता है।
सात खिलाड़ियों वाले रोस्टर में से टीम की शुरुआती लाइनअप के लिए विदेश से केवल पांच खिलाड़ियों को चुना जा सकता है। आईपीएल में विविधता और समावेशिता की आवश्यकता को एक विदेशी खिलाड़ी के एसोसिएट राष्ट्र से होने की आवश्यकता से और अधिक उजागर किया गया है।
पहले सेट में 9 खिलाड़ियों पर बोली लगेगी। पहले सेट में 9 खिलाड़ियों के नाम अनाउंस हुए, लेकिन 2 को ही खरीदा गया।
ऑस्ट्रेलिया की फीएब लीचफील्ड के नाम के साथ नीलामी की शुरुआत हुई।
उनका बेस प्राइज 30 लाख था। लीचफील्ड पर गुजरात और यूपी के बीच कॉन्टेस्ट देखने को मिली
लीचफील्ड को गुजरात जायंट्स ने एक करोड़ रुपए में खरीदा। आखिरी बोली गुजरात ने एक करोड़ रुपए लगाई।
लीचफील्ड के अलावा, इंग्लैंड की डैनी व्याट को यूपी वॉरियर्स ने बेस प्राइज 30 लाख रुपए में खरीदा। पहले सेट की शेष प्लेयर अनसोल्ड रही। इनमें वेदा कृष्णमूर्ती, पूनम राउत और मोना मेसराम अनसोल्ड रहीं। < /p>