महान हस्तिया जो आपनी प्रगति में जुटे लोग आपनी कम्जोरियो को छुपाते नहीं और ना ही उसे स्वीकार कर उसका समाधान करते है ऐसे ही महान क्रिकेटर सचिन का है जो की जो की आपनी छोटी गलती के कारण फ्लॉप हो रहे थे एक छोटे व्यक्ति की सलाह मान कर सुपर स्टार नए अपना खेल शैली में सुधर किया
सचिन के साथ साथ बुद्धिमानी की पराकाष्ठा वाले कोच जो बात नोटिस न कर सके, उसका एक मामूली इंसान के सूक्ष्म अवलोकन द्वारा निराकरण हो गया। इसलिए विनम्रता और सज्जनता हर स्तर के इंसान के लिए हर परिस्थिति में जरूरी है।
यह वाक्या 2001 का है जब 2001 में भारत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा था,
तब चिन्नई तमिलनाडु में ताज होटल के वेटर गुरुप्रसाद ने सचिन की बैटिंग में एक छोटी सी बात नोटिस की जो उसकी नजर में सचिन के लिए एक बाधा बन रही थी और सौभाग्यवश सचिन को वह बात नोटिस करवाने में समर्थ भी हो गया।
गुरुप्रसाद ने 2019 में यह घटना खुद बताई :
मैंने सचिन तेंदुलकर को तब देखा जब वह लिफ्ट में प्रवेश करने ही वाला था।
मैं उसका ऑटोग्राफ चाहता था किन्तु मेरे पास कोई विशेष किताब या कागज न होने के कारण मैंने अपनी बीट बुक पर ही उसका ऑटोग्राफ ले लिया।
मैं उसे उसकी बैटिंग के बारे में कुछ कहना चाहता था, मैंने एक बार भी नहीं सोचा कि मैं यह बात एक स्टार क्रिकेटर को कैसे कह दूँ क्योंकि मैं हमेशा से सचिन की विनम्रता और सज्जनता का प्रशंसक था।
इस व्यक्ति द्वारा दिये गए इस छोटे से सुझाव ने लिटिल मास्टर को उसकी बेटिंग तकनीक को और बेहतर बनाने में मदद की।
"उसने बताया कि आपने जो एलबो गार्ड पहनना शुरू किया है
वह उसके बैट स्विंग में बाधा डाल रहा है।
वह क्रिकेट की जानकारी सुनकर चकित थे और पूछने लगा कि मैंने उसके खेल को इतनी गहराई से कैसे नोटिस किया।
मैने बताया कि मैं उसका बहुत बड़ा फैन है
और उसकी सारी पारियों को बार बार देखता था
और हर बॉल को रिवाइंड करके उसके एक्शन को पाँच से सात बार देखता था।
इसीलिए उसको सचिन की बैटिंग तकनीक में बदलाव महसूस हुआ। सचिन ने कहा कि वह उसके सुझाव पर ध्यान देगा।"
सचिन ने उसकी सलाह मानी।
अपने एलबो पेड को दुबारा डिजाइन करवाकर उचित मात्रा में फाइबर और पैडिंग डालकर सही नाप का बनवाया,
स्ट्रैप की स्थिति को ठीक किया। इससे उसके बैट स्विंग में वाकई काफी सुधार आया।
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